कोंडा डोरा विद्रोह कब हुआ ?
कोंडा डोरा विद्रोह (Konda Dora Vidroh) 1922-24 में हुआ।
- कोंडा डोरा विद्रोह विशाखापट्टनम जिले की कृष्णदेवपेटा की पहाड़ियों में हुआ।
- इस विद्रोह का नेतृत्व तपस्वी रामराजा ने किया।
- कारण – ब्रिटिश सरकार के अत्याचार, मुट्ठादारों (धान के शोषक) द्वारा शोषण और बेगार (बिना वेतन के मजदूरी) से परेशान होकर कांडा डोरा जनजाति ने विद्रोह किया।
- प्रमुख नेता – गौतम डोरा, मल्लू डोरा, अंगिराज, इयेंग डोरा थे।
- विद्रोह – इस विद्रोह के दौरान ब्रिटिश सेनापति स्कॉट और हेइटारसन की हत्या की गई।
- उद्देश्य – रामराजा और उनके साथियों का उद्देश्य पूरे भारत से ब्रिटिश हुकूमत को समाप्त कर स्वराज्य की स्थापना करना था। (konda dora)
- परिणाम – 1924 में अंग्रेजों ने विद्रोह को क्रूरता से दबा दिया। गौतम डोरा मारा गया और रामराजा ने आत्मसमर्पण किया, लेकिन ब्रिटिश अधिकारियों ने उन्हें कैद कर गोली मार दी।