राजस्थान में लाल-लोमी मिट्टी कहाँ पाई जाती है ?
उत्तर – राजस्थान में लाल-लोमी मिट्टी उदयपुर, सलूम्बर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूँगरपुर आदि जिलों में पाई जाती है।
लाल-लोमी मिट्टी की विशेषताएँ
- लाल-लोमी मिट्टी को लेटेराईट मिट्टी, लाल दोमट मिट्टी आदि उपनामों से जाना जाता है।
- इस मृदा का निर्माण कायांतरित चट्टानों के अपक्षय के कारण होता है।
- यह राजस्थान के दक्षिणी भाग में पायी जाती है।
- यह माही बेसिन में पायी जाने वाली मिट्टी है।
- लौह तत्त्वों की अधिकता के कारण इसका रंग लाल होता है।
- यह मक्का व गेहूँ की फसल के लिए उपयोगी है।
- इस मिट्टी में बारीक कण होते है।
- इसमें नमी धारण की क्षमता होती है।
- इसमें लौह तत्त्वों की अधिकता और नाइट्रोजन व फाॅस्फोरस की न्यूनता होती है।
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